डॉ.प्रवीण तोगड़िया की सनसनीखेज भेंट वार्ता
कभी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ स्वयंसेवक एवं विश्व हिन्दू परिषद् के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष रहे और अब अलग
राजनितिक दल “हिन्दुस्थान निर्माण दल” के सुप्रीमो तथा केंसर सर्जन डॉ.प्रवीण तोगड़िया ने वरिष्ठ पत्रकार डॉ.हरि देसाई से विशेष
भेंटवार्ता में कई सनसनीखेज रहस्योदघाटन किए. कभी वर्त्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
के हमसफ़र रहे डॉ.तोगड़िया से भेंटवार्ता के सम्पूर्ण अंश और अन्य सामग्री आप के लिए
प्रस्तुत हैं. भेंटवार्ता सुनकर अपने प्रतिभाव अवश्य लिखें.
१. डॉ.तोगड़िया “१९९८ की अटलजी
की एनडीए सरकार की आर्थिक नीतिओं के कारण देश का सत्यानाश” होते
देख क्षुब्ध हुए. २०१४ के बाद तो “पब्लिसिटी से जनता को मूर्ख बनाने” और “लोगों की
भावनाओं को भड़का कर वोट प्राप्त करने की अप्रामाणिक कोशिशों के वक्त भी आरएसएस को
अनिर्णय की स्थिति में” देख परेशान रहे. कभी संघ परिवार के उच्च नीतिनिर्धारकों में रहे
डॉ.तोगड़िया को १४ अप्रैल २०१८ को संघ-विहिप छोड़ने विवश किया गया. आप कहते हैं कि
२०१४ के पश्चात् संघ भाजप की राष्ट्रविरोधी नीतियों के अमलीकरण का केवल साधन मात्र
बन कर रह गया है.
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